Tuesday 30 January 2018

# वृत्तचित्र के रहस्य - दिन 3 #

Recording session

आज की workshop में हमें और एक बार Blog लिखने की सीख दी। मतलब कि, ब्लॉग में content होना बहुत जरूरी है। Blog में हर चीज़ का कनेक्शन होना चाहिए। उसमे निष्कर्ष, value, संदर्भ होना चाहिए।
हमारा काफी समय blog को ठीक बनाने में गया।
फिर "में और मै"इस फिल्म को हमने एक लैपटॉप पर दिखाया। किसी ने travel और शॉपिंग का बनाया, किसी ने अपना close up लेकर अपने बारे में बताया। मैने उसमे traveling बताया फिल्म पूरी तरह से mute थी। फिर उसपर हमने चर्चा की। फिर यह अनुमान लगाया गया कि, फिल्म में अगर कोई कृति हो और फिर उस कृति को करते हुए अपने बारे में बताओगे तो अच्छा होगा। जैसे कि मानो की किसी एक लड़के को किसी का रोना देखा नहीं जाता। तो वह लड़का उस रोते हुए इंसान की मदत करते हुए अपनी बात बता सकता है, या फिर background में अपनी आवाज़ देकर उसने उसकी किस, तरह मदत की वैसे बता सकता है।
आगे जाकर हमने एक विषय पर चर्चा की। मानो अगर एक ATM है, और उसका वॉचमैन जगह पर नहीं, तो हम उसे कैसे बताएं?
इस पर चर्चा करने के बाद हमने पाया कि, हम वॉचमैन की खाली कुर्सी पर उसकी टोपी - या उसका डंडा दिखाएंगे तो कोई भी समझेगा की वॉचमैन अपनी जगह छोड़कर यहां वहां भटक रहा हैं। मैने तो कई बार ऐसा भी देखा हे की, वॉचमैन की कुर्सी पर कई बार कुत्ता सोया हुआ रहता हैं। यह मै बताने वाला था, लेकिन गंभीर विषय मजाक के मोड़ पर चला जाता इसीलिए में कुछ नहीं बोला।
                        आगे जाकर हमने रिकॉर्डर के बारे में जाना। उसका नाम Zoom handy recorder। उस recorder में मैने जाना कि, view meter क्या होता है। View meter उसे कहते है जिसमें आवाज का level दिखाया जाता है उसमें हम आवाज की सेंटीग भी देख सकते है। आवाज़ का लेवल -12 के पास हो तो वह परफेक्ट वेल्युम कहा जाता है। Input button से हम आवाज की level को सेट कर सकते है। हमें हमेशा mannual पर रखना चाहिए, क्योंकि इसमें पूरा कंट्रोल हमारे हाथ में रहता है। जैसे कि हम sound के level को atmosphere के हिसाब से control कर सकते है ( अगर हवा आ रही है, तो उसे input level से adjust करना। हवा चल रही होगी तो जो बातें कर  रहा होगा उसके पास उस recorder ले जाना चाहिए। )
recorder दो थे, और हम ६ लोग। तो ३-३ लोगों में एक recorder दिया और हमने practically आजमाके देखा।
उसमे हमने चलने की, बातों की, किसी चीज की आवाज़ रिकॉर्डिंग की। जब हम technical रूम में गए तो यकीन मानिए हम नॉर्मल फोन से रिकॉर्ड करते है, उस रिकॉर्डिंग में और इस रिकॉर्डिंग में काफी फर्क था। इसमें हमने आवाज़ को काफी साफ और अच्छे से सुना।
दूसरे ग्रुप हम ने रिकॉर्डिंग auto level पर की तो आवाज बिच में कम ज्यादा हो रही थीं। याने कि हवा की आवाज़ बीच में ज्यादा हो रही थी तो आदमी कम, तो कभी आदमी की ज्यादा तो हवा की कम। मतलब कि आवाज़ ऊपर नीचे हो रही थी। और हम ने input level को - 12 के भी,नीचे किया तो आवाज़ काफी धीमी आ रही थीं। तो हमेशा view meter देख कर आवाज़ को रिकॉर्ड करना चाहिए।
तो यह था recording session।

1 comment:

  1. Written in haste. Expand. For eg. Give some examples from blogs and what was missing.
    What is this kriti?
    Then you have misunderstood the whole words pictured as action bit. Relook at your blog and expand. There are too many half hearted statements.

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actuality  ( कमरे की खामोशी..... )                

                actuality  ( जगह का विवरण करना )                                                                      कमरे की खामोशी........